जोधपुर| वाल्मीकि समाज को सफाई कर्मचारियों की भर्ती में प्रथम प्राथमिकता और अनुभव में छूट देने की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट के बाहर धरना देकर एडीएम प्रथम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा। धरने में समाज के विभिन्न सगठनों ने अपनी भागीदारी निभाई।
वाल्मीकि संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष नरेश कंडारा ने बताया कि स्वायत्त शासन विभाग ने विज्ञप्ति जारी कर सफाईकर्मियों के 23820 पदों की नवीन सीधी भर्ती में केवल नगरीय निकाय का एक वर्ष का अनुभव प्रमाण पत्र अनिवार्य किया गया है। जो परम्परागत रुप से सफाई कार्य करने वाली जाति वाल्मीकि समाज के लिए अनुचित है। भर्ती में अनुभव प्रमाण पत्र की जटिल प्रक्रिया के चलते परम्परागत सफाईकर्मी जाति के अधिकांश लोग आवेदन करने से वंचित रह जाएंगे।
इस बात को लेकर वाल्मीकि समाज में जबर्दस्त आक्रोश है। परम्परागत रूप से सफाई कार्य करने वाली जाति वाल्मीकि समाज को प्रथम प्राथमिकता व अनुभव में छूट प्रदान करने देने की मांग मुख्यमंत्री से की गई है। उन्होंने बताया कि समय रहते समाज की मांग नहीं मानी गई तो आंदोलन किया जाएगा। इस अवसर पर रवि सादड़ के साथ में समाज के सैकड़ों लोग उपस्थित थे।