इंदौर: महर्षि वाल्मीकि रामायण के प्रसिद्ध रचयिता हैं और आदिकवि के रूप में प्रसिद्ध हैं। उन्होंने संस्कृत में रामायण की रचना की। महर्षि वाल्मीकि द्वारा रची रामायण वाल्मीकि रामायण कहलाई। रामायण एक महाकाव्य है जो कि राम के जीवन के माध्यम से हमें जीवन के सत्य व कर्त्तव्य से, परिचित करवाता है।
सिका स्कूल क्रमांक 2 में वाल्मीकि जयंती का आयोजन बड़े ही श्रद्धाभाव एवं उत्साह के साथ मनाया गया।
कार्यक्रम का आरंभ विद्यालय की प्राचार्या सूजा एस. मैथ्यू एवं उपप्राचार्या प्राची गर्ग द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर गुरु वंदना के साथ हुआ। इस अवसर पर छात्रा दिशा शर्मा, नायशा मुंदड़ा ने वाल्मीकि के बारे में जानकारी दी। मानसी तिवारी ने वाल्मीकि के बारे में रोचक तथ्य की जानकारी संस्कृत में एवं छात्रा दृष्टि भायल ने लयबद्ध चौपाइयों का गायन किया। जय चौहान, विभा भाटी एवं पावनी चव्हाण ने गुरु के सम्मान में गीतों की प्रस्तुति दी। चिन्मय शास्त्री ने अपने विचार व्यक्त करते हुए वाल्मीकि के विषय में विस्तृत जानकारी दी। प्राचार्या ने अपने उद्बोधन में वाल्मीकि को आधुनिकता से जोड़ते हुए उनकी शिक्षा से प्रेरणा लेने के लिए कहा। वाल्मीकि जयंती पर कार्यक्रम का संचालन अभिषेक शास्त्री ने किया।