मंडीदीप में गुरुवार को महर्षि वाल्मीकि जयंती धूमधाम से मनाया गया। मुख्य आयोजन गुरु रविदास मंदिर में हुआ, जहां शाम 7 बजे आरती और पूजन के बाद महर्षि वाल्मीकि की शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में सबसे आगे रथ पर सवार लव-कुश के साथ महर्षि वाल्मीकि की जीवंत झांकी आकर्षण का केंद्र बनी रही।
उनके पीछे एक अन्य रथ पर महर्षि वाल्मीकि का चित्र शोभायमान था। श्रद्धालुओं ने पूरे मार्ग में महर्षि के चित्र की पूजा-अर्चना की और श्रद्धा सुमन अर्पित किए। नगरवासियों ने पुष्प वर्षा कर शोभायात्रा का जगह-जगह स्वागत किया।
श्रद्धालुओं ने ढोल-नगाड़ों की धुन पर जमकर किया नृत्य
महर्षि वाल्मीकि की शोभायात्रा शाम 7 बजे गुरु रविदास मंदिर से प्रारंभ होकर नगर के मुख्य मार्गों से होते हुए रात 8 बजे श्री राधा कृष्ण चौक पहुंची। पूरे रास्ते भर श्रद्धालुओं ने महर्षि वाल्मीकि के चित्र की पूजा-अर्चना की। शोभायात्रा का स्वागत व्यापारियों और श्रद्धालुओं ने प्रमुख स्थलों जैसे शनिवार बाजार और राधा कृष्ण चौक पर पुष्प वर्षा के साथ किया। शोभायात्रा में सम्मिलित श्रद्धालुओं ने ढोल-नगाड़ों और डीजे की धुन पर जमकर नृत्य किया। शोभायात्रा का समापन गुरु रविदास मंदिर पर हुआ।