राजस्थान: वर्षों पहले से उठ चुकी थी वाल्मीकि समाज को अलग से आरक्षण की मांग

RJ जोधपुर| आदिधर्म समाज के राष्ट्रीय संचालक एवं वाल्मीकि समाज के धर्मगुरु शुक्राचार्य दर्शन रावणजी ने कहा कि वाल्मीकि समाज को देश की मुख्यधारा में लाने के लिए अलग से आरक्षण की जरूरत है। उन्होंने पत्रकार वार्ता में बताया कि वाल्मीकि समाज की आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक एवं राजनीतिक स्थिति दयनीय है। यह कौम पिछड़ी जाति में भी अंतिम पंक्ति में खड़ी नजर आती है।

कौम आरक्षण सूची में शामिल जरूर है, लेकिन आरक्षण का वास्तविक लाभ नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि अलग से आरक्षण दिलाने के लिए जल्द ही सरकार से वार्ता करेंगे और इसके लिए अभियान भी चलाएंगे। इसकी जोधपुर से शुरुआत कर रहे हैं। जरूरत पड़ी तो आंदोलन भी करेंगे।

इस मौके पर सफाई मजदूर आयोग के राज्यमंत्री चंद्रप्रकाश टायसन भी मौजूद थे। इससे पूर्व रावणजी का सर्किट हाउस में समाज के सुरेश जोड़, जुगल गोयल, हरवंश कल्ला और रमेश गुजराती के साथ कई लोगों ने स्वागत किया।

=================================

RJ बयाना: वाल्मीकि समाज को उपलब्ध में से आठ प्रतिशत आरक्षण के लिए सौंपा ज्ञापन

वाल्मीकिसमाज आरक्षण समिति के संभाग के पदाधिकारियों ने अतिरिक्त संभागीय आयुक्त को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में लिखा है कि इस समाज के लोगों को नौकरशाही और सरकारी सेवाओं में प्रदत्त आरक्षण का लाभ नहीं मिला है।

जबकि राजनैतिक, नौकरशाही शैक्षणिक निजी संस्थानों में आठ फीसदी में प्रतिनिधित्व की व्यवस्था करने का अधिकार सरकार को है। संघीय राजकीय स्तर पर अनुसूचित जाति के लिए उपलब्ध आरक्षण में से 8 फीसदी आरक्षण वाल्मीकि समाज को प्रदान किया जाए। समाज की उपजातियां हैं, इनमें मेहतर, लालवेगी,चूडा, सरभंगी आदि सफाई कर्मी शामिल हैं।

इस अवसर पर समिति संयोजक ओमप्रकाश घेघर, शिवराम जयरोल,रमेश शाहू धौलपुर, हरिचरन नकवाल बाबू डागर, ओमप्रकाश करौली, सरपंच महेश, लक्ष्मी नारायण डोरवाल, कैलाश जादौं, दिलीप मेंबर , कलुआराम आचार्य, मोहनलाल, रमेश चौहान बयाना, जिलाध्यक्ष कलुआ पहलवान, दीपक जादों, जगदीश चौहान, मुकेश चौहान, मुकेश, किशनचंद किशन नरिया, सत्येन्द्रनाथ, सबोध जादों, मोहन करोतिया, किशनचंद विशनारिया, कृष्ण मुरारी वाल्मीकि, मानप्रकाश चौहान, संतोष गोयर, गनेश चौहान, चौधरी महंत, सुभाष चौहान, कांति प्रसाद सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी मौजूद थे।

—————–===

Next Post

हिमांचल प्रदेश: वाल्मीकि कल्याण बोर्ड के शानदार निर्णय, प्रमाण पत्रों में महेतर के स्थान पर वाल्मीकि लिखा जाये

Thu Sep 19 , 2024
हिमांचल प्रदेश: 10 फरवरी 2016 को हिमांचल प्रदेश बाल्मीकि कल्याण बोर्ड की प्रथम बैठक सम्मलेन कक्ष आर्मजडेल भवन में आयोजित की गई थी। जिसमें वाल्मीकि समाज के हिट में कई महत्पूर्ण सुधारात्मक निर्णय लिए गए। इसमें सबसे उल्लेखनीय यह निर्णय था की शिक्षण एवं अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ लेने […]

खबरें और भी हैं...