सुरजननगर: रामलीला के मंचन के दौरान महर्षि वाल्मीकि पर गलत टिप्पणी पर वाल्मीकि समाज के लोग नाराज हो गए। उन्होंने कलाकारों और रामलीला कमेटी पर कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा किया। माैके पर पहुंचे कमेटी के पदाधिकारियों ने खेद जताया। इसके बाद मामला शांत हुआ।
सुरजननगर में चल रही रामलीला के मंचन के दौरान बुधवार को महर्षि वाल्मीकि पर गलत टिप्पणी पर वाल्मीकि समाज के लोग भड़क गए। बृहस्पतिवार को उन्होंने महर्षि वाल्मीकि का अपमान करने का आरोप लगाया। कलाकारों और रामलीला कमेटी पर कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा किया।
जुलूस निकालकर कोतवाली में धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा। कोतवाली में रामलीला कमेटी और कलाकारों द्वारा मंच पर माफी मांगने की सहमति बनी। बाद में रामलीला के आयोजकों, कथावाचक और कलाकारों ने बृहस्पतिवार को माफी मांग ली। इसके बाद मामला शांत हो गया।
बृहस्पतिवार को वाल्मीकि समाज के लोग मोहल्ला वाल्मीकि में स्थित धर्मशाला में एकत्र हुए। वहां से उन्होंने जुलूस निकालकर नारेबाजी की। आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई और उनकी गिरफ्तारी की मांग करते हुए कोतवाली पर धरना-प्रदर्शन किया।
इसके बाद वहां मौजूद एएसपी अमरिंदर सिंह को ज्ञापन दिया। कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक विवेक शर्मा ने सुरजननगर की संबंधित रामलीला कमेटी के पदाधिकारी को भी कोतवाली बुला लिया। दोनों पक्षों के बीच वार्ता हुई।
रामलीला कमेटी के अध्यक्ष वीरेंद्र प्रधान और गांव के प्रधान ने कलाकारों की ओर से माफी मांगी, लेकिन वाल्मीकि समाज के लोग इससे संतुष्ट नहीं हुए। उन्होंने कहा कि रात को सुरजननगर में रामलीला मंचन के दौरान संबंधित कथा वाचक और कलाकार जनता के सामने मंच से मांफी मांगें।
उन्हें इसके बाद मंच पर चढ़ने नहीं दिया जाएगा। कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक विवेक शर्मा ने बताया कि इस मामले में वाल्मीकि समाज के अनुसार संबंधित लोगों ने मंच से माफी मांग ली है। जिसके बाद अब यह विवाद समाप्त हो गया।