कपूर वाल्मीकि: क्यों है सुर्ख़ियों में…

हरियाणा: विधानसभा चुनाव के लिए 5 अक्टूबर 2024 को वोटिंग होगी। इस बीच हरियाणा की बवानीखेड़ा विधानसभा सीट चर्चा में बनी हुई है। पिछले दो विधानसभा चुनाव से यहां पर बीजेपी की जीत हो रही है। कभी यह सीट कांग्रेस का गढ़ हुआ करती थी। बीजेपी ने इस बार के विधानसभा चुनाव में बवानीखेड़ा से अपने उम्मीदवार को भी बदला है। बीजेपी ने कपूर वाल्मीकि को उम्मीदवार बनाया है तो वहीं कांग्रेस ने प्रदीप नरवाल को उम्मीदवार बनाया है।

बवानीखेड़ा विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे कपूर वाल्मीकि जेजेपी से पार्टी में शामिल हुए हैं। वह तीन बार नगर पालिका का चुनाव जीत चुके हैं। वहीं कांग्रेस उम्मीदवार प्रदीप नरवाल युवा हैं और कांग्रेस नेतृत्व के करीबी माने जाते हैं।

बीते माह भाजपा में हुए थे शामिल

कपूर वाल्मीकि नगर पालिका के दो बार स्वयं पार्षद रहे, जबकि एक बार पत्नी पार्षद रहीं। इनेलो में होने के चलते पहली बार पार्षद बनते ही नपा प्रधान चुने गए। उसके बाद 2014 में भाजपा में बिसंबर वाल्मीकि की दोनों चुनावी योजनाओं में उनका साथ दिया।

लेकिन विचारों की भिन्नता के बाद भाजपा से रुसवा होकर जेजेपी ज्वाइन की। बीते माह ही भाजपा ज्वाइन की थी।

जीवन भर हलके की करूंगा सेवा- कपूर

टिकट लेकर बवानी खेड़ा पहुंचे कपूर वाल्मीकि ने बताया कि भाजपा ने उन्हें टिकट देकर उनका दिल जीत लिया है वे सदा पूर्व मुख्यमंत्री एवं मौजूद केन्द्रीय मंत्री मनोहरलाल सहित पार्टी आलाकमान के ऋणी रहेंगे और वे सभी के आशीर्वाद से जीतकर हलके का विकास करेंगे।

जमीन से जुड़े हैं कपूर वाल्मीकि

कपूर वाल्मीकि के पिता महाबीर सिंह के घर माता चन्द्रपति देवी की कोख से तीन भाई व दो बहनों में तीसरे स्थान पर हैं। बड़ा भाई राजेश सरकारी पीटीआई शिक्षक, छोटा भाई राकेश पब्लिक हेल्थ में कर्मचारी है।

इनके पिता स्व. महाबीर सिंह भूतपूर्व सैनिक थे व 1962-1971 की फौज की लड़ाई में शामिल थे। बलियाली के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी थे। वर्ष 2006 में सेवानिवृति हुए तीन वर्ष पहले स्वर्ग सिधार गए। वहीं इनकी माता चन्द्रपति देवी बवानी खेड़ा के वीर शहीद गुलाब सिंह जी पीएम श्री राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय से सफाई कर्मचारी सेवानिवृति हुई।